एक तरफ बॉलीवुड में बहुत ऐसे एक्टर हैं जो एक फिल्म करने के लिए करोड़ों रुपए चार्ज करते हैं और दूसरी तरफ कई ऐसे एक्टर्स भी हैं जिन्होंने कभी किसी डायरेक्टर या प्रोड्यूसर के लिए काम करने की फीस नहीं ली थी। ये फिल्में मुफ्त में बनाई गई थीं। बॉलीवुड में ऐसा कई बार देखा गया है की जब कुछ अभिनेताओं ने सिर्फ फिल्म की भूमिका के लिए टोकन राशि ली और पूरे आत्मविश्वास के साथ फिल्म में अभिनय भी किया। तो चलिए आज हम जानते हैं उन कलाकारों के बारे में जिन्होंने दिल से फ्री में अभिनय किया था।
अमिताभ बच्चन
बिग बी फिल्म ‘ब्लैक’ की स्क्रिप्ट से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने इसे मुफ्त में की थी। इस फिल्म को करने का एक और कारण संजय लीला भंसाली के साथ काम करना था। इसके अलावा, जब अमितजी के मेकअप मैन भोजपुरी फिल्मों के निर्देशक बने, तो उन्होंने अमितजी को अपनी फिल्म में एक भूमिका दी, लेकिन अमितजी ने अपनी फिल्मों गंगा, गंगोत्री और गंगा देवी के लिए एक पैसा नहीं लिया।
फरहान अख्तर
मेहनत और समर्पण के साथ फिल्म ‘मिल्खा सिंह’ में अभिनय करने वाले फरहान अख्तर ने फिल्म के लिए केवल 11 रुपये की टोकन राशि ली थी। फराह ने फिल्म के लिए कड़ी मेहनत भी की थी, जिस वजह से फिल्म सुपरहिट बन पाई थी।
दीपिका पादुकोण
दीपिका ने अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म ‘ओम शांति ओम’ में सुपरस्टार शाहरुख खान के साथ काम करने का इतना बड़ा मौका मिला था। जिस वजह से उसने फिल्म के फ्री में काम किया था, जो ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई।
शाहिद कपूर
शाहिद कपूर ने 2014 में फिल्म ‘हैदर’ के लिए कोई पैसा नहीं लिया था। शाहिद को फिल्म हैदर में उनके अभिनय के लिए भी काफी सराहा गया था।
शाहरुख खान
यहां तक कि बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान ने भी अमिताभ बच्चन की फिल्म भूतनाथ में काम करने के लिए कोई फीस नहीं ली थी। इसके अलावा, उन्होंने कमल हासन की फिल्म ‘हे राम’ में भी मुफ्त में अभिनय किया था।
नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी
वर्ष 2018 में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने नंदिता दास द्वारा निर्देशित फिल्म ‘मंटो’ के लिए केवल 1 रुपये की टोकन राशि ली थी। नवाजुद्दीन के अलावा, ऋषि कपूर, जावेद अख्तर, गुरदास मान, राजश्री देशपांडे, रणवीर शोरे और स्वानंद किरकिर ने भी मुफ्त में फिल्म की थी। इसके अलावा, नवाजुद्दीन ने फिल्म ‘हरामखोर’ के लिए केवल 1 रुपये की टोकन राशि ली थी।
इरफान खान
2004 की फिल्म रोड टू लद्दाख एक ऐसी फिल्म थी, जो सिर्फ 16 दिनों में बनकर तैयार हुई थी। इरफान खान ने इस फिल्म के लिए भी कोई पैसा नहीं लिया था।
ओम पुरी
1.5 लाख रुपये के बजट पर बनी, घासीराम कोतवाल ओम पुरी की पहली फिल्म थी जिसके लिए उन्होंने कोई शुल्क नहीं लिया था। यह एक मराठी फिल्म थी, जो एक मराठी नाटक पर आधारित थी।
मीना कुमारी
मीना कुमारी ने कमाल अमरोही की क्लासिक फिल्म ‘पाकीजा’ के लिए केवल 1 रुपये की टोकन राशि ली थी। अफसोस की बात है कि यह उनकी आखिरी फिल्म थी। फिल्म की रिलीज के कुछ हफ्तों बाद ही किडनी की बीमारी से उनकी मृत्यु हो गई थी।