आज हम आपको एक ऐसी दवा के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको गैस, कब्ज, खांसी, फेफड़े, अस्थमा जैसी हर स्वास्थ्य समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करती है। यह पौधा हमारे घर के आसपास आसानी से पाया जाता है। इसे भटकटैया या भूइरिंगणी के नाम से जाना जाता है। संस्कृत में इसे श्वेता, कंकरी, श्रुत, बृहट्टी आदि के नाम से जाना जाता है। ये जमीन पर फैली लताओं के साथ उसे कई कांटे मिलते हैं । और उसका फल एक छोटे टमाटर की तरह आता है। इसका सेवन करने से शरीर में कई फायदे होते हैं तो आइए आज जानते है इसके बारे में।
पेट की बीमारियों को दूर करने में भूइरिंगणी बहुत फायदेमंद है। अक्सर खाया हुआ खोराक का पाचन ठीक से नहीं होता और गैस हो जाता है। भूइरिंगणी उनके लिए काफी फायदेमंद साबित होती हैं। इसके अलावा जिन लोगों को अल्सर की समस्या होती है, वे तुरंत भूइरिंगणी और पिट्टा पावा का काढ़ा बनाकर पी ले। उससे बहुत राहत मिलती जाती हैं। इसके अलावा आम बुखार वाले लोगों को कभी भी दवा नहीं लेनी चाहिए और इसके लिए भूइरिंगणी की जड़ों, चिरायता और सोंठ का उबालकर पीने से इसका तुरंत इलाज होता है।
जो लोग सालों से अस्थमा से पीड़ित हैं, उन्हें भूइरिंगणी और आंवला पाउडर पीने से खांसी, अस्थमा और सांस की सभी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। कभी-कभी हम बाजरु बहुत ज्यादा खा लेते है। फिर पेट में दर्द होता है। पेट दर्द के कई अन्य कारण भी हैं। लेकिन अगर किसी भी कारण से दर्द होता है तो इसके बीजों को भूइरिंगणी के फल से निकालकर छाछ में भिगो दें। फिर इसे उबालकर सुखा लें। और सूखने के बाद रात भर नमक के पानी में भिगो दें। इसके बाद इसे घी में भून लें और जिन लोगों को पेट दर्द होता है वे इसका सेवन करें और तुरंत पेट दर्द से छुटकारा मिल जाएगा।
इसके अलावा कईबार बचा हुआ खाना दांतों में खुस जाता है, इसलिए दांतों में दर्द होता है। इसके अलावा पायरिया भी होता है। अगर भूइरिंगणी के धुएं को मुंह में रखा जाए तो दांतों की हर समस्या से राहत मिलती है। इसका घुए को सांस लेने से भी काफी फायदेमंद होते हैं। भूइरिंगणी का सेवन करने से खांसी और सांस की समस्याओं से स्थायी रूप से राहत मिलती है।
इसके साथ भूइरिंगणी, सजे पाउडर और मुलेठी और शहद लेने से कब्ज में मदद मिलती है। इसके अलावा अगर आंख मे जलन हो रही है या धुंधली दिख रहा है तो इस पत्ते को तोड़ने से जो दूध निकलता है, उसेको आँख मे डालकर थोड़ी देर छोड़ दिया जाता है। और आंखों में जलन दूर हो जाती है। कई बार वायु परिवर्तन के कारण कई लोगों को तुरंत ठंड लग जाती है। इन्हें भूइरिंगणी और घी पीने से तुरंत राहत मिलती है। जिन लोगों को बालों की समस्या होती है उनके लिए बहुत फायदेमंद होता है। भूइरिंगणी की पत्तियों के रस में कुछ शहद डालकर उसे लगाने से जहां गंजापन हो गया है, वह तुरंत फायदेमंद होता है।