आज के व्यस्त और तेज जीवन में हर कोई बाजार का भोजन खाता है। बाजारू खाने मे मसालेदार खाद्य पदार्थ होते हैं। और अगर यह बाहर किया जाता है या कुछ समय के लिए तला हुआ खाया जाता है, तो एसिडीटी होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे पाचन तंत्र कमजोर होता है। और एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। इस वर्तमान स्थिति में, एसिडिटी लगभग सभी को होती है।

एसिडीटी के मुख्य लक्षण पेट में जलन, सूजन, गैस, घबराहट, छाती और गले में सूजन के साथ दर्द है। तो आइए आज जानते हैं एसिडिटी से निजात पाने के घरेलू उपाय के बारे में। एसिडिटी से अक्सर सीने में जलन होती है। यदि बहुत अधिक मसाला या दही-छाछ का सेवन किया जाता है या तुरंत खाने के बाद तुरंत दाहिनी ओर लेट जाना चाहिए, तो बहुत तंग कपड़े नही पहेनना चाहिए, खाली पेट दवा लेने से भी एसिडिटी हो सकती है।

एसिडिटी होने पर एक कप दूध में दो चम्मच चीनी मिलाकर पीने से एसिडिटी में लाभ होता है। एक चम्मच अजमो और जीरा को बराबर मात्रा में लेकर कबाब के साथ खाने से भी एसिडिटी में तुरंत आराम मिलता है। तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता है। तुलसी के पत्ते एसिडिटी को कम करने में काफी मददगार होते हैं। जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या है उन्हें हमेशा के लिए एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए तुलसी के पत्तों को चबाना चाहिए।

इसके अलावा एसिडिटी की समस्या में गुड़ काफी फायदेमंद माना जाता है। एसिडिटी की समस्या में धनिया, सौंफ, जीरा, चीनी और सूंड बराबर मात्रा में लें और उसे मिलाकर एक बोतल में भर लें। हर रात एक चम्मच सौफ चबाने से हर दिन इस प्रयोग पर नियमित रूप से एसिडिटी को जल्दी दूर करेगा। एसिडिटी होने पर केले का सेवन करना चाहिए। अगर एसिडिटी होती है तो एक या दो केले खाने चाहिए। क्योंकि केले पोटैशियम से भरपूर होते हैं। जो पेट में एसिड की मात्रा को संतुलित करता है।

इसके अलावा एसिडिटी के लिए एक बहुत ही सरल समाधान है। खाने के बाद अजमा और तुलसी पानी पीने से चार से पांच पत्तियां चबाने से एसिडिटी दूर होगी। जिन लोगों को स्थायी एसिडिटी की समस्या है, उन्हें प्रतिदिन कच्चे दूध का सेवन करना चाहिए। उबले दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि दूध कैल्शियम से भरपूर होता है। जिससे एसिडिटी की समस्या कम हो जाता है। रोजाना सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते चबाने से भी एसिडिटी से राहत मिलती है।

इसके अलावा अदरक पाचन भी बढ़ाता है। भोजन के बाद अदरक का एक टुकड़ा चबाने से एसिडिटी की समस्या स्थायी रूप से हल हो जाएगी। इसके अलावा अनानास का रस भी एसिडटी में तत्काल राहत प्रदान करता है। क्योंकि अनानास के रस मे एंजाइम नामक तत्व होता है। जो एसिड को कम करने में काफी मददगार है। इसके अलावा अगर एसिडिटी के साथ-साथ गैस की समस्या भी है तो दो चम्मच आंवले का जूस और चीनी पीने से तुरंत गैस और एसिडिटी से राहत मिलती है।

अश्वगंधा एक दवा का उपयोग किया जाता है। नीम के छिलके को रात में एक गिलास पानी में भिगोकर सुबह छानने से एसिडिटी का इलाज बहुत ज्यादा होता है। और हमेशा के लिए आजादी मिलती है। इसके अलावा सात से आठ टुकड़ों में गिलॉय पीने से भी एसिडिटी से राहत मिलती है। रात में शहद के साथ त्रिफला पाउडर लेने से भी एसिडिटी से राहत मिलती है। इसके अलावा एसिडिटी को दूर करने के लिए घी और नमक पीने से आंतों में ठंड मिलती है। इससे उत्सर्जन आसान हो जाता है और एसिडिटी नहीं हो पाती है। छाती या पेट में सूजन होने पर सिलेंट्रो जूस पीने से तुरंत राहत मिलती है।