ज्यादातर हम धार्मिक कार्यों में गुग्गुल का उपयोग करते हैं। संक्षेप में पूजा पाठ में उपयोगी गुग्गुल जंगल में मिलता है। गुग्गुल एक सुगंधित पौधा है। गुग्गुल शरीर में कई बीमारियों के इलाज में भी बहुत उपयोगी होता है। गुड़ को आग में डालकर जलाया जाता है। और गुग्गुल गर्म पानी में तुरंत घुल जाता है। आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियां हैं। इसका उपयोग कई बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। यह भी एक विशेष है।
गुग्गुल काला और लाल दिखता है। इसका स्वाद थोड़ा कड़वा होता है। पेट की समस्या, पेट फूलना, सूजन, दर्द, पित्त, पथरी, पुरानी खांसी, बवासीर, फेफड़ों के रोग आदि के रोगों में गुग्गुल के मुख्य उपयोग हैं। गुग्गुल का सेवन करने से गर्म, भूख बढ़ाने वाली, हृदय के अनुकूल, यकृत उत्तेजक, रक्त शोधक, मासिक धर्म आदि मे बहुत उपयोगी है।
गुग्गुल का बहुत महत्वपूर्ण उपयोग होता है। यह हड्डियों को जोड़ने के लिए होता है। फ्रैक्चर होने पर हम प्लास्टर कर के छोड़ देते हैं। लेकिन प्रकृति अपने दम पर हड्डी को जोड़ने का काम करती है। अगर कोई आदमी बुढ़ापे की शुरुआत में नियमित गुग्गुल गोली लेने लगता है यानी 35 साल के बाद गैस कभी भी उसके शरीर में प्रवेश नहीं करती।
इसके अलावा गुग्गुल का धुआं भी काफी उपयोगी होता है। जब गुग्गुल पिघलता है तो उसका धुआं वातावरण में आ जाता है। और वातावरण को पवित्र करता है। यह कीड़े को भी नष्ट कर देता है। जिसके माध्यम से कई बीमारियों से बचाव होता है। रोजाना सुबह-शाम महेंद्र गुग्गुल और त्रिफला गुग्गुल की गोलियां लेने से वजन कम होता है। महायोगराज गुग्गुल और किशोर गुग्गुल जोड़ों के लिए गांठ का इलाज करने के लिए बहुत उपयोगी हैं।
अगर कोई वायरस किसी वातावरण में आ गया है तो गुग्गुल को धूप सेंकना चाहिए। जिसके जरिए हम इस वायरस से होने वाली बीमारियों से बच सकते हैं। गर्म पानी में घुले हरे गुग्गुल पीने से फैट ट्यूमर ठीक होता है। गुग्गुल थायराइड ग्रंथि की कार्यप्रणाली में भी सुधार करता है। गुग्गुल चर्बी को घटाने के लिए भी बहुत उपयोगी है। गुग्गुल का इस्तेमाल कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए भी किया जाता है।
गुग्गुल में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइज कम होता है। इसके अलावा गुग्गुल प्लेटलेट्स को खून में बढ़ने से रोकता है। गुग्गुल एंटीबायोटिक दवाओं है। जो चर्म रोगों के लिए काफी उपयोगी है। अगर इंटरनल फोड़ा हो तो गुग्गुल का इस्तेमाल बहुत उपयोगी होता है। इसके अलावा अगर चेहरे या त्वचा के तेल पर मुंहासे हैं तो हफ्तों तक गुग्गुल लेने से मुंहासे का हर इलाज होता है।
गुग्गुल कैंसर के लिए भी बहुत उपयोगी है। गूगल बहुत आमतौर पर पीठ दर्द में प्रयोग किया जाता है। इसके लिए एक खजूर मे 3 ग्राम गुग्गुल से भरी खजूर पर बंधे आटे की परत डालें और फिर उसे गर्म कर के पीस लें और एक गोली पिल लें। रोजाना एक गोली का सेवन करने से पीठ दर्द हमेशा के लिए समाप्त हो जाता है। इसके अलावा अगर कोई ट्यूमर है तो अगर गुग्गुल पानी में जमीन पर है तो उसे तुरंत राहत मिलती है।