हाथों और पैरों में झनझनाहट एक आम समस्या है। यह समस्या कई लोगों में देखने को मिलती है। आम तौर पर इसी स्थिति में अगर आप लंबे समय तक बैठते हैं तो आप को झनझनाहट महसूस होती हैं, क्योंकि इस स्थिति में बैठने से हाथ-पैर की नसें दब जाती हैं और हिस्से में पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती इसलिए यह सुन्न हो जाती है।
पैरों और हाथों की त्वचा के अंदर ऐसा लगता है जैसे चींटी हिल रही हो, कई लोग इसकी शिकायत अक्सर करते हैं, झनझनाहट और सुन्न होने की समस्या भी शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी और अत्यधिक धूम्रपान, शराब की वजह से होती है। इसके अलावा मधुमेह रोगियों में भी समस्या है। इस समय एक भराव है जो हाथ या पैर की तरह नहीं है। थोड़ी देर के लिए हाथ या पैर हिलाने थोड़ी दिक्कत होती है बाद मे वो ठीक हो जाता है।
खाली हाथ और पैर हटाने के लिए उपचार:
जैतून या सरसों का तेल गर्म करने और हाथ-पैर की मालिश करने से इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है। शरीर के उस हिस्से पर गर्म पानी का शेक करने से उससे राहत मिलती है। हाथ-पैर गर्म पानी में भिगोने से भी राहत मिलेगी। अगर हाथ और पैर बार-बार सुन्न होते हैं तो मैग्नीशियम डाइट लेनी चाहिए। मैग्नीशियम से भरपूर आहार में पालक, काजू, मूंगफली, डार्क चॉकलेट, हरी सब्जियां, केला आदि शामिल हैं।
दालचीनी में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं। जिससे हाथ-पैर में खून का प्रवाह बढ़ता है। रोजाना 2-4 ग्राम दालचीनी पाउडर लेने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। इसके लिए 1 चम्मच दालचीनी और शहद मिलाकर सुबह कुछ दिनों तक इसका सेवन करें। अगर आप तेल के अंदर कपूर डालकर थोड़ी देर के लिए हिलाते हैं तो यह मिक्स हो जाता है। और अगर यह घुल जाता है, तो आपको इसे एक बोतल में भरना होगा। जिस हिस्से में बार-बार झनझनाहट या सुन्नता होती है, वहां इस कपूर के तेल से मालिश की जाती है। मसाज करने के बाद आपको झनझनाहट नहीं होंगी। यह छोटा सा प्रयोग अच्छा काम करने वाला है।
अगर गर्दन से लेकर हाथ तक या फिर पैर की अंगुली तक झनझनाहट या सुन्नत है तो गलत स्थिति में बैठकर नस दबा दी जाती है। विटामिन बी12 दोनों हाथों में कमी हो सकती है। अगर आप ज्यादा थकान महसूस करते हैं तो एनीमिया हो सकता है। शारीरिक व्यायाम से शरीर की नसों को काफी ऑक्सीजन मिलती है। अंगों के सुन्न होने की समस्या हर अब और फिर खत्म हो जाती है।
शुगर लेवल ज्यादा हो तो हाथ-पैर झुनझुनी महसूस होती है। अगर भूख या प्यास की मात्रा अधिक होती है या वॉशरूम में अधिक बार जाने की जरूरत होती है तो ग्लूकोज लेवल स्कैन किया जाना चाहिए। दवाओं और खाद्य पदार्थों को नियंत्रण में लाया जा सकता है। जो व्यक्ति बहुत ज्यादा शराब का सेवन करता है उसे भी यह समस्या होती है। शराब शरीर को कमजोर कर देती है और इस तरह की परेशानी का कारण बनती है।
अगर हाथ और पैर मे बार-बार झनझनाहट या सुन्नत होती हैं तो हल्दी के दूध का सेवन करना चाहिए क्योंकि हल्दी का दूध पीने से शरीर में रक्त के बेहतर संचार में मदद मिलती है, शहद में हल्दी का दूध भी मिलाया जा सकता है। इस तरह की समस्या तब पैदा होती है जब किसी दवा के ओवरडोज या दवा के साइड इफेक्ट के कारण शरीर का इम्यून सिस्टम आपके शरीर के खिलाफ काम करना शुरू कर देता है।