वैज्ञानिक रोज नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। जिस वजह से इंसान की जिंदगी अब पहले से ज्यादा आसान होती जा रही है। चिकित्सा से लेकर कृषि विज्ञान तक का विकास हुआ है। आजकल किसान अपनी आय का आधा हिस्सा अच्छी फसलों से कमा रहे हैं। पहले किसान एक या दो फसल सीजन लेते थे लेकिन अब वे एक साल के भीतर तीन या चार फसल सीजन लेते हैं।

किसान भी नए-नए तरीके से खेती कर अपनी आमदनी बढ़ा रहे हैं। ग्राफ्टिंग की विधि एक पौधे पर दो अलग-अलग सब्जियां उगाना है। इससे किसानों और लोगों को दोगुना फायदा हो रहा है।

 

उत्तर प्रदेश के वाराणसी के शहंशापुर में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान ने ऐसे पौधे विकसित किए हैं जिन पर दो सब्जियां उगती हैं। ग्राफ्टिंग द्वारा आलू, बैंगन और टमाटर उगाए जा रहे हैं।

टमाटर के पौधों में ग्राफ्टिंग द्वारा बैंगन के पौधे लगाए जा रहे हैं। शोध संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक आनंद बहादुर सिंह ने बताया कि 85 डिग्री से अधिक आर्द्रता और बिना रोशनी के 24.28 डिग्री के तापमान पर विशेष पौधे तैयार किए जाते हैं।

 

वैज्ञानिक डॉ आनंद बहादुर सिंह ने कहा “यह ग्राफ्टिंग के 15 से 20 दिन बाद बोया जाता है।” इसके साथ सिर्फ खाद, पानी डाला जाता है। इसके लगभग 60 दिनों के बाद पौधे दो महीने में फल देना शुरू कर देते हैं।