हमारा भारत बहुत धार्मिक देश है। हर कोई धार्मिक ग्रंथों की पूजा करता है। इसमें भी रामायण, भागवत और महाभारत को बहुत पूजनीय माना गया है। छोटे बच्चों से लेकर बूढ़े लोग रामायण और महाभारत पढ़ते या देखते हैं। रामायण के बारे में तो सभी जानते हैं। आप छोटे बच्चे से लेकर बुड्ढे तक किसीको भी पूछोगे तो वह रावन को जरूर जानता ही होगा। कहा जाता है कि रामायण के समय में रावन बहुत खतरनाक राक्षस था। भगवान विष्णु ने उसे मारने के लिए राम अवतार धारण किया था। रावण ने सीता माता को उठाके अपनी लंका मे ले गया था।
रावन लंका नगरी के राजा थे। जिसे आज श्रीलंका के नाम से जाना जाता है। उनकी पूरी लंका सोना की थी। और रामायण के ऐसे कई अवशेष हैं। जो आज भी श्रीलंका में देखने को मिलता है। हाल ही में हुए शोध में पता चला है कि रावण का शव एक गुफा में सुरक्षित पाया गया है।
वैज्ञानिकों का दावा है कि यह प्रमाण सभी रामायण काल से है। और यह शरीर भी रावण का ही है। श्रीलंका के भीतर कई गुफाएं हैं जिन्हें रावन गुफा के नाम से भी जाना जाता है। जहां रावन वर्षों तक बैठकर भगवान शिव को प्रकट करने के लिए तपस्या किया करते थे। और अलग तरह से बहुत शक्ति हासिल कर ली थी । आज भी लोग रावण का पुतला बनाकर उसे जलाकर दशहरा मनाते हैं। कहा जाता है कि नवरातत्री के दसवें दिन रावण दहन हुआ था।
कई लोगों को आश्चर्य होता है कि उसकी मौत के बाद रावन के शरीर का क्या हुआ । कहा जाता है कि विभिष्ण लंका के राजा बने थे। और उसके परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन रिसर्च का मानना है कि यह आज भी है। श्रीलंका में एक गुफा मिली है। जिसमें शरीर को सुरक्षित रखने के लिए एक विशेष प्रकार की बक्से लगाई जाती है जो 17 फीट लंबी और उसके अंदर होती है। ताकि यह हमेशा बरकरार रह सके।
श्रीलंका के रायगाला के जंगल में एक पहाड़ी पर एक गुफा स्थित है। जिसके भीतर रावण का शब आज भी सुरक्षित है। वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने वहां जाकर जांच की और पहाड़ी को देखा। इसके अंदर 8000 फीट ऊंची पहाड़ियां हैं और रावन का शव आज भी है। कई लोगों ने सोचा कि कैसे रावण की मौत हजारों साल बाद भी इतने शब सेफ थी। तो आपको बता दें कि बॉडी एक बॉक्स मे रखा गया है। और इसे कास्केट में एक विशेष प्रकार की गोद के साथ रखा गया है। इसलिए हजारों साल तक उसके साथ कुछ नहीं हो सकता।
बक्से की लंबाई 18 फीट और चौड़ाई 5 फीट है। कहा जाता है कि रावण ने भगवान शिव के आशीर्वाद से सोने की लंका बनाई थी। इतने सारे लोगों को आश्चर्य होता है कि रावण और रामायण काल बीत जाने के बाद अनमोल खजाने का क्या हुआ होगा। तो आपको बता दें कि यह कीमती खजाना एक गुफा में स्थित है। और इसके ऊपर ऐसे कई भयानक जानवर रहते हैं । जो खजाने की रक्षा करता है।
एक कथा के अनुसार कहा जाता है कि जब भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था। इसके बाद उनका शव रावण के भाई विभीषण को सौंप दिया गया। लेकिन विभीषण गद्दी संभालने की जल्दबाजी में रावण का दाह संस्कार करना भूल गया था। और नागपुर के लोगों ने रावण का शरीर ले लिया और उन्हें लगा कि रावण क्षणिक है। तो यह जीवन में वापस आ जाएगा। इसके लिए वह विशेष रूप से अपने शरीर पर लेप लगाया गया था लेकिन उसने उसे नहीं देखा और वर्षों बाद भी उसका शरीर बरकरार है ।