हर कोई अपनी सेहत का ध्यान रखता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हर कोई अलग-अलग फलों पर निर्भर रहता है। हर फल मे अनेक पोषक तत्व पाया जाता है। कई ऐसे भी हैं जो सीजन के हिसाब से ही मिलते हैं। और जब मौसम खत्म हो जाता है, तो वे फिर कभी नहीं मिलते। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जो हमें कई बीमारियों और परेशानियों से दूर रखता है। तो आइए जानते हैं उस फल के बारे में।

ताड़ के पेड़ों पर उगने वाले इस फल को ताड़ के गोले के रूप में जाना जाता है। अलग-अलग क्षेत्रों में इसे अलग-अलग नाम दिए गए हैं। इस फल को ताड़, गलीली और अंग्रेजी में आइस एप्पल के नाम से जाना जाता है। ताड़ का फल एक ऐसा फल है जो गर्मी के दिनों में सिर्फ 15 से 20 दिन ही मिलता है बाद मे नहीं मिलता। ताड़ के गोले का स्वाद नारियल के स्वाद के समान होता है।

इस फल के सेवन से पेट की समस्या, कुष्ठ रोग, मासिक धर्म की कमजोरी, लीवर की समस्या आदि कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। यह फल पानी से भरपूर होता है। और उनका ताशीर थोड़ा ठंडा है। और बहुत ही उपचारात्मक हैं। ताड़गोला में विटामिन की उच्च मात्रा पेट संबंधी बीमारियों में काफी राहत देती है। यदि पेट खराब या निर्जलित है, तो इस पानी का एक गिलास पीना चाहिए।

त्वचा से जुड़ी समस्याओं के अलावा यह गर्भवती महिलाओं के लिए भी काफी उपयोगी है। यह उन लोगों के लिए रामबाण औषधि है जिन्हें एसिडिटी, गैस, पाचन संबंधी समस्या होती है। क्योंकि इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, फास्फोरस बहुत ज्यादा होता है।

महिलाओं में सफेद पानी की समस्या भी हल हो जाती है और किशोरावस्था के बाद लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान सफेद पानी पड़ने की परेशानी बढ़ जाती है, जिससे पेट दर्द, पीठ दर्द होता है। ताड़गोला इसे समस्या से दूर करने में काफी फायदेमंद है। गर्भवती महिलाओं के लिए यह बहुत फायदेमंद है। क्योंकि उन लोगों को कब्ज की समस्या होती है। इसलिए इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए इसका सेवन करना बहुत सुकून देने वाला होता है।

गर्मी से त्वचा से चिढ़ या बहुत थके हुए लोगों को ताड़ के फल का सेवन करना चाहिए। जिस व्यक्ति को बार-बार बेहोशी या चक्कर आने लगते हैं, वह लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। और इसके लिए ताड़गोला में गुड़ मिलाकर पीना बहुत फायदेमंद होता है। पीठ दर्द, पेट दर्द या शरीर में किसी भी दर्द से राहत दिलाने में ताड़गोला बहुत उपयोगी है। इसके अलावा, यह ठंडा है। यही वजह है कि गर्मियों और गर्मियों में इसका सेवन किया जाता है।

जिस महिला को मासिक धर्म की समस्या जैसे अनियमित पीरियड्स या पीरियड्स मे दर्द जैसी समस्याएं होती हैं, उन्हें इस फल का सेवन करना चाहिए। कच्चे दूध के साथ ताड़गोला पीने से सिरदर्द बंद हो जाता है। जिस व्यक्ति को कॉलेरा की समस्या होती है, उसे तुरंत ताड़ीगोला के पेड़ की जड़ों को पीसकर नाभी के पास लगाने से राहत मिलती है। इसके अलावा छोटे बच्चों के पेट के कीड़े होते हैं। इसके लिए नाभी पर तिरपाल की जड़ का पाउडर लगाने से कीड़े नष्ट हो जाते हैं।