अरीठा बहुत अच्छी दवा है। संस्कृत में इसे अरिश्ता (जो किसी बुराई का कारण नहीं बनता) कहा जाता है। अरीठा तेज, कड़वा, छोटा, चिकना, तेज, पचाने के बाद भी गर्म, मल,गर्भपात होता है और गैस, कुष्ठ रोग, खुजली, जहर और विस्फोटक को नष्ट कर देता है। अरीठा पानी पीने से उल्टी होने पर जहर निकल जाता है।
सिर को अरीठा फोम से धोने से बाल और त्वचा शुद्ध होती है। इससे स्कैल्प, सोरायसिस, खुजली, मोलर, उँदरी जैसी बीमारियां ठीक हो जाते हैं।
अरीठा को 15 मिनट तक सिर पर रहने दें। अगर बच्चे के पेट में चूक हो, अगर उसके पेट में कीड़े हैं, अगर उसके पेट में कीड़े हैं तो पेट पर अरीठा लगाने से कुछ ही मिनटों में शांत हो जाता है और अगर उसे करमिया हो तो छोड़ देता है।
बालों की समस्या से निजात पाने के लिए युवतियां अरीठा का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करती हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए अरीठा को रात को पानी में भिगो दें और सुबह इसे मैश कर लें। अब इस पानी से बालों को धो लें। अपने बालों को नियमित रूप से धोने से आपके बाल रेशमी, काले और लंबे हो जाएंगे। अरीठा बालों को मजबूती भी प्रदान करती है।
थोड़े से नारियल के तेल में 4 चम्मच सुपारी का पाउडर मिलाएं। इसे अपने बालों पर 20 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर शैम्पू से धो लें। इससे बालों का झड़ना बंद हो जाएगा और दोमुंहे बालों की समस्या से निजात मिल जाएगी।
अरीठा एक ऐसा पेड़ है जो भारतीय उपमहाद्वीप में लगभग हर जगह पाया जाता है। इस पेड़ की पत्तियाँ उम्बरा के पत्तों से बड़ी होती हैं, छाल भूरी होती है और फल लहलहाते हैं। इस पेड़ की दो प्रजातियां हैं। पेड़ की पहली प्रजाति के फलों को भिगोने और हिलाने से झाग पैदा होता है और इस झाग का उपयोग सभी प्रकार के कपड़े और बाल जैसे कपास, ऊन और रेशम धोने के लिए किया जा सकता है।
अरीठा का उपयोग सिर की विकृति जैसे डिग्स, खुजली आदि में उपयोग किया जाता है। सिर को अरीठा फोम से धोना बालों और नसों की त्वचा को शुद्ध करता है। अरीठा पाउडर का इस्तेमाल सीधे सिर को धोने या शीशा लेने के लिए किया जा सकता है और उसे टुकड़ों में काटकर कुछ देर के लिए पानी में भिगोकर गूंथ लें और उसके सिर को इसके साथ धो लें। इस तरह से अरीठा को पानी में भिगोने से साबुन के समान फोम पैदा होता है।
बाल धोने के लिए अरीठा, आंवला और शिककाई को उबालकर भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्हें उबालकर, उन्हें छानकर ठंडा किया और इसके साथ अपने बाल धोए । इस काढ़ा लगाने से बाल साफ, सुंदर, काले, चिकने, चमकदार और धेरे हो जाते हैं छोटे बच्चों के पेट में गैस होने पर छींक और कब्ज ठीक से नहीं उतरते हैं तो गैस के बाद पेट पर अरीठा लगाने से फायदा होता है और कम समय में ही बच्चा का कब्ज दूर होता है। इस उपचार से बच्चे के पेट में कीड़े भी निकल जाते हैं। यह उपचार एक पुराने वयस्क के गैस-आफरा-हिस्सा जैसी समस्याओं में भी किया जा सकता है। अरीठा में एक चुटकी आसफोटिडा जोड़ें।
सूखी इमली और मेंहदी को बराबर पोर्शन में लें और शाम को पानी में भिगो दें। सुबह अपने बालों को इसके साथ धो लें। लगातार कई दिनों तक इसका सेवन करने से बाल चिकने और लंबे हो जाएंगे।