हम सभी जानते हैं कि भगवान कृष्ण को मक्खन बहुत प्रिय था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाय के दूध से बना मक्खन हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मक्खन में पर्याप्त मात्रा में आयोडीन होता है जो थायराइड के लिए फायदेमंद होता है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन थायरॉइड ग्रंथि को मजबूत करने में भी मदद करते हैं। मक्खन के सेवन से शारीरिक शक्ति बढ़ती है और पेट संबंधी सभी रोग दूर होते हैं।
घी की तुलना में मक्खन शरीर में तेजी से पचता है। यह शरीर की कोशिकाओं का निर्माण करता है। मक्खन हल्का, ठंडा, पौष्टिक और पौष्टिक होता है। इसमें विटामिन ए, डी, के और ई के अलावा लेसिथिन, आयोडीन और सेलेनियम जैसे तत्व होते हैं। गिर गाय के मक्खन में मिश्री और शहद मिलाकर नियमित रूप से सेवन करने से अनेक रोगों में लाभ होता है।ध्यान रहे कि मक्खन भैंस का नहीं गाय का दूध हो।
पैरों के तलवों में सूजन :
मक्खन शरीर को खूब ठंडा करता है और मक्खन और चीनी को बराबर मात्रा में मिलाकर हाथों और पैरों पर लगाएं। और उस मक्खन को खाने से भी बहुत ठंडक आती है, इसे हाथों और पैरों पर लगाने से नीचे में जलने से राहत मिलती है।
गैस और पित्त :
गाय का दूध मक्खन सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके नियमित सेवन से वायु दोष दूर होते हैं। इससे पाचन बढ़ता है। यह एक ईंधन बूस्टर है। एसिडिटी, गैस, गैस और रक्त रोगों का इलाज करता है। खांसी, मधुमेह, नेत्र रोग, बुखार, पांडु रोग और सफेद दाग भी कारगर हैं।
लो ब्लड प्रेशर:
ऐसा माना जाता है कि लो ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए शुगर और बटर सबसे अच्छी दवाएं हैं। इस चीनी और मक्खन मिश्रण का सेवन आपके लो ब्लड प्रेशर की समस्या को सुलझाने में मदद करता है। लेकिन हमेशा सावधान रहने के लिए एक बात यह है कि बाहर कभी भी मिलावटी मक्खन न खाएं।
आंखों में जलन:
अगर आंखों में सूजन है तो आंखों पर मक्खन लगाने से सूजन से राहत मिलती है।
दिल की बीमारी:
हृदय रोग की संभावना बहुत कम होती है। इसमें विटामिन ए, डी और ई, के के अलावा आयोडीन और सेलेनियम जैसे तत्व भी अच्छी मात्रा में होते हैं, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। मेडिकल रिसर्च काउंसिल के एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने अपने आहार में थोड़ी मात्रा में मक्खन शामिल किया, उनमें हृदय रोग का जोखिम अपेक्षा से कम था।
शरीर को पोषण देता है:
ताजा मक्खन शरीर को पोषण देता है। कई दिन पुराना मक्खन नमकीन और खट्टा होता है। इसे कभी भी एक्सपेरिमेंट नहीं करना चाहिए। इससे उल्टी, कुष्ठ रोग, मोटापा आदि का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए बासी मक्खन नहीं खाना चाहिए। रोजाना 40 ग्राम मक्खन खा सकते हैं। यह हृदय को स्वस्थ रखता है। मक्खन व्यक्ति की पाचन क्रिया को तो बढ़ाता ही है साथ ही आंतों के रोगों से भी बचाता है। मक्खन को बुद्धि बढ़ाने वाला माना गया है।
बच्चे का समग्र विकास:
ताजा गाय के मक्खन के साथ पैदा हुए और आधे घंटे तक सुबह धूप में सोने से पैदा हुए शिशु के शरीर की मालिश करने से बच्चे का सर्वागीण विकास होता है।
कैंसर:
गाय के मक्खन में मौजूद फैटी एसिड, कोज्युलेटेड-लिनोलेक एसिड कैंसर के इलाज में काफी मददगार होता है। इससे एसिड ट्यूमर से लेकर कैंसर तक की बीमारियों में मदद मिल सकती है।
मानसिक विकास:
मनुष्य के मानसिक विकास और स्मृति को बनाए रखने में मक्खन बहुत फायदेमंद होता है। मक्खन दिमाग को ठंडा रखकर क्रोध को शांत करता है।
त्वचा का रंग निखारें:
चेहरे पर रोजाना मक्खन लगाएं और एक घंटे के बाद अपने चेहरे की त्वचा का रंग साफ करने के लिए गर्म पानी से धो लें।
मोटापा:
भारतीय गाय के मक्खन से बने मक्खन को संतुलित मात्रा में खाने से मोटापा नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
हड्डियों से जुड़े रोगों में लाभकारी :
शुद्ध गाय का मक्खन खनिज, विटामिन और कैल्शियम से भरपूर होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने में उपयोगी होता है। दांतों और हड्डियों से जुड़े रोगों में देसी मक्खन फायदेमंद होता है। शारीरिक रूप से कमजोर बच्चे को रोज सुबह खाली पेट 1-1 चम्मच मक्खन और चीनी देने से उसका शरीर मजबूत होता है।
हाथ पैरों में सूजन :
मक्खन और चीनी को बराबर मात्रा में मिलाकर 1-2 चम्मच रोजाना सुबह-शाम सेवन करने से हाथ-पैर की सूजन में आराम मिलता है।
बुखार:
गाय के दूध का मक्खन और बड़ी चीनी का सेवन पुराने बुखार को ठीक करता है, मक्खन के साथ शहद और सोने के काम को मिलाकर टीबी रोगी को लाभ होता है।
थायराइड:
मक्खन में आयोडीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो थायराइड के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन ए थायराइड ग्रंथि के लिए भी काफी फायदेमंद है।