पिछले एक साल से केंद्र सरकार की नए किसान कानून के विरोध में दिल्ली हरियाणा और यूपी बॉर्डर पर किसानों का विरोध चल रहा है। कथित किसानों के यह विरोध से दिल्ली के कोई मार्ग बंद है, कानूनने काफी वक्त पहले सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक रोक लगा दी थी और देश में कृषि कानून लागू नहीं हुआ था। लेकिन राजनीतिक दलों से प्रेरित सरकार को अस्थिर करने के लिए यह आंदोलन चल रहा है। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर लगे बैरिकेडिंग हटा रही है। और इससे पहले भी टिकरी बॉर्डर का रास्ता खोला था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार राज्य मार्ग 9 को खोल दिया गया है।

आंदोलन में कोई दरार पड़ती है इसका कारण निहंग। निहंग के द्वारा महापंचायत बुलाई गई है। थोड़े दिन पहले कुंडली बॉर्डर पर युवक की बर्बर हत्या होने के बाद निहंगओने पंचायत बुलाई थी। महापंचायत बुलाई गई थी उसका धार्मिक एकता नाम दिया गया है। और वह बहुमत के आधार पर निर्णय करने की तैयारी भी की है। महापंचायत के बाद बोलेंगे कि कृषि कानून विरोध प्रदर्शन से वापस जाना चाहिए कि अभी विरोध करना चाहिए।

बाबा राम राजा राम जी का कहना है कि वह कुंडली बॉर्डर पर किसानों की रक्षा करने के लिए बैठे हैं और किसानों और सिखों की हिफाजत करते हैं और उसने बताया कि जो महापंचायत फैसला लेगा उसे पूरी संगत मानेगी। निहंग राजाराम जी ने कहा कि हम कहा कि हम भागने वालों में से नहीं है और कहा कि हमने ही युवक की हत्या की है युवक पुलिस ने हमें नहीं पकड़ा है पर हम खुद पुलिस के पास सरेंडर करने गए हैं।

और उसने बताया कि योगेंद्र यादव भाजपा व आर एस एस का बंदा है वह उसके सामने आकर देकर जवाब दे, और उसने इस घटना के साथ कई सवाल उठते हैं वह 26 जनवरी की घटना और पश्चिम बंगाल में युवती के साथ हुए सामूहिक बलात्कार ऐसे कोई चीज है किसान आंदोलन के साथ जुड़ गए हैं, हम आपको बताएं कि पिछले साल 27 नवंबर को देशभर के किसानों द्वारा किसान आंदोलन शुरू किया गया था।