कोरोना महामारी से अभी शुरू स्कूल डेढ़ साल से बंद थी, थोड़े दिन पहले ही स्कूल शुरू हुई है। बच्चे स्कूल जाना जैसे भूल ही गए हैं, सब बच्चे को ऑनलाइन पढ़ने की आदत हो गई थी। स्कूल खुलते ही सारे बच्चे फिरसे स्कूल जाने लगे है। आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जिसको आप सुनकर आप पूरे हिल जाओगे। और अपने बच्चे की फिकर होना शुरू हो जाएगा। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के जिलाधिकारी ने एक खानगी स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत का आदेश दिया हैं, जिसके तस्वीर इंटरनेट पर बहुत वायरल हो गई है।

अहरौरा की सदभावना संस्था जूनियर हाईस्कूल के प्रिंसिपल ने 28 अक्टूबर गुरुवार को कक्षा-2 के बालक को गुस्सा हो कर धमाल करने पर उसको सजा के तौर पर उल्टा लटका दिया है और ऐस कठिन दंड दिया है। यह घटना सद्भावना शिक्षण संस्था जूनियर हाई स्कूल प्राइवेट स्कूल में हुई है। स्कूल के आचार्य मनोज विश्वकर्मा ने कक्षा 2 के छात्रों सोनू यादव को गुरुवार को खाना खाते समय अन्य बच्चों के साथ मस्ती और दुर्व्यवहार करने पर बहुत ही गुस्सा हो गए, गुस्से में आकर उसने उस बच्चे को एक पैर से पकड़ लिया और स्कूल की इमारत की पहली मंजिल से उसको उल्टा लटका दिया है।

उसे दंड देने के लिए अन्य छात्रों के सामने स्कूल की इमारत की पहली मंजिल की बालकनी से उल्टा लटका दिया। जब बच्चे ने जोर से चिल्लाकर और माफी मांगने लगाता विश्वकर्मा ने उस बच्चे को ऊपर खींचा। इस पूरी घटना को सोशल मीडिया पर फोटो खींचकर अपलोड किया गया और सारे लोग इसको देखकर बहुत ही हैरान हो गए हैं। माता-पिता बहुत ही टेंशन में आ गए।

जिसके बाद जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकर ने मामले पर गौर किया और बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल मौके पर जाकर जांच करने का आदेश दिया। और वह स्कूल के आचार्य के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का भी आदेश दिया। छात्र सोनू के पिता रंजीत यादव ने कहा कि मेरे बेटा अन्य बच्चों के साथ गोलगप्पे खाना खाने गया और उसके साथ थोड़ी थोड़ी मस्ती की, इसके लिए प्रिंसिपल ने उसे ऐसी गंभीर सजा दी दंड दिया।