आज एक अजीब बात सामने आई है। यदि आप डॉक्टर के निर्देश के बिना दवा ले रहे हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। गुजरात कर अहमदाबाद के बी. जे। एक मेडिकल कॉलेज ने एक शोध किया है। इस रिसर्च में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

शोध के अनुसार, रोगी स्व-डॉक्टर बनने के साथ ही दवा के दुष्प्रभावों के खिलाफ आ रहे हैं। इस बिंदु पर बी. जे। मेडिकल कॉलेज द्वारा 2011 से शोध किया जा रहा है। यह पाया गया है कि अधिकांश दुष्प्रभाव दवा की प्रकृति के कारण होते हैं। जिसमें कुछ मरीज अक्सर बिना डॉक्टर के निर्देश के मेडिकल स्टोर से दवा लेते हुए पाए जाते हैं। जिससे साइड इफेक्ट होते हैं। जिसमें लोगों को पैर दर्द, बुखार की दवा, पेट दर्द, एसिडिटी जैसी सामान्य दवा के साइड इफेक्ट ज्यादा मिलते हैं। जिसमें लोग डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा का कोर्स पूरा नहीं करते हैं। जिसका साइड इफेक्ट भी होता है।

इस बिंदु पर बी. जे। मेडिकल कॉलेज के प्रमुख प्रोफेसर चेतनाबेन देसाई ने कहा कि दुष्प्रभाव दवा की प्रकृति के कारण हैं। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया है कि सेल्फ-डॉक्टर बनने के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। कोई भी दवा हाथ से नहीं लेनी चाहिए। डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही दवा लेनी चाहिए।

किसी भी दवा का साइड इफेक्ट होने पर तुरंत डॉक्टर को देखना जरूरी है। कई बार अगर ऐसा लगता है कि कुछ दवाओं पर ज्यादा पढ़ाई करने की तरह हम भी मरीजों के पास जाकर एनालिसिस करते हैं । नई एंटीबायोटिक के कई साइड इफेक्ट्स हैं। इस मुद्दे पर लगातार परिणाम आ रहे हैं, जो शोध पत्र के रूप में प्रकाशित होते हैं ।

जबकि बी. J. मेडिकल द्वारा किए गए शोध में 9,300 लोगों का सर्वे किया गया। किसी भी साइड इफेक्ट को जानने में काफी समय लगता है। अगर साइड इफेक्ट है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर दवा लेना जरूरी है। हालांकि, अगर किसी को दवा से पक्ष प्रभावित किया गया है, बी । J. मेडिकल कॉलेज द्वारा टोल फ्री नंबर 1800 180 3024 घोषित किया गया है।

जिस पर मरीज को इस नंबर पर कॉल कर जानकारी देनी होती है। यह बताना होगा कि कौन सी दवा लेने के बाद किस तरह के साइड इफेक्ट ्स हुए हैं। साथ ही लोगों को आम बीमारियों में भी सेल्फ डॉक्टर न बनने की सलाह दी गई है।