कई अधिकारियों के वेतन कॉर्पोरेट सेक्टर में इतनी अधिक है कि यहां तक कि एक सरकारी अधिकारी एक ही वेतन हो जाता है मगर आपको जानकार हैरानी होगी की मुकेश अंबानी से भी ज्यादा सेलेरी है। एचडीएफसी बैंक आदित्य पुरी का वेतन मुकेश अंबानी से भी ज्यादा है। वो प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सबसे बड़ा बैंक है।

आदित्य पुरी की सैलरी कितनी है?

पिछले वर्ष की बात करें तो आदित्य पुरी को सैलरी के तौर पर 18.9 करोड़ रुपए मिले थे। इसके साथ ही मुकेश अंबानी को सालाना सैलरी के तौर पर 15 करोड़ रुपए मिले मुकेश अंबानी पिछले 12 साल से इतनी ही सैलरी कमा रहे हैं आपको बता दें कि मुकेश अंबानी ने इस साल कोरोनावायरस महामारी की वजह से सैलरी नहीं लेने का फैसला किया है।

2018-19 में आदित्य पुरी की सैलरी 13.7 करोड़ रुपये थी।

वित्त वर्ष 2018-19 में आदित्य पुरी की सालाना सैलरी 13.7 करोड़ रुपये थी और इस तरह एक साल में उनके पैकेज में 38 फीसदी का इजाफा हुआ है. 161 करोड़ रुपये के शेयर भी जारी किए गए और आरीत के पास कुल 180 करोड़ रुपये थे।

एचडीएफसी बैंक शुरू से ही मेरे साथ रहा है।

आदित्य पुरी अपने प्रेजेंटेशन के साथ एचडीएफसी बैंक की कमान संभाल रहे हैं और देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक हैं एचडीएफसी आदित्य पुरी को इस हाइट पर बैंक लेने का श्रेय दिया जाता है दोस्त आदित्य पुरी इस साल 26 अक्टूबर को 70 की बारी आएगी और इसके साथ रिटायर हो जाएंगे।

एचडीएफसी को सबसे बड़ा बैंक बनाया।

एचडीएफसी बैंक की शुरुआत 1995 में सिर्फ एक ब्रांच से हुई थी और आदित्य पुरी शुरू से ही इससे जुड़े थे। उनके कार्यकाल में ही एचडीएफसी बैंक प्राइवेट सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक बन गया।

आदित्य पुरी ने काफी उपलब्धियां हासिल कीं।

एचडीएफसी बैंक ने आदित्य पुरी के नेतृत्व में कई उपलब्धियां हासिल कीं और आदित्य पुरी ने की संपत्ति की गुणवत्ता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप 7 लाख करोड़ रुपये है और बैंक का टोटल नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) 126% है जो बैंकिंग इंडस्ट्री में सबसे कम है।

आदित्य पुरी को टॉप बैंकर

आदित्य पुरी की गिनती देश के टॉप बैंकरों में होती है। आदित्य पुरी के बैंक में करीब 78 लाख शेयर हैं और इसकी कीमत करीब 804 करोड़ रुपये है।

SBI के अध्यक्ष का वेतन कितना है?

अगर हम भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के अध्यक्ष रजनीश कुमार की सैलरी की बात करें तो रजनीश कुमार ने वित्त वर्ष 2019-20 में 31.2 लाख रुपये की सैलरी अर्जित की, जिसमें 27 लाख रुपये की बेसिक सैलरी और 4.2 लाख रुपये का डीएमए शामिल है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है।